नचिकेता गुरुकुल

हमारे बारे में

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नचिकेता गुरुकुल, (रजि.) एक संस्था है। यहाँ यह स्पष्ट किया जाना उचित है कि पौराणिक काल में नचिकेता नाम से एक विलक्षण एवं प्रखर बुद्धि के छात्र हुए थे। गुरुकुल के अन्तर्गत निर्धन, वंचित परन्तु मेधावी विद्यार्थी को आगे पढ़ने का अवसर प्रदान किया जाता है। इस गुरुकुल में अभी तीन राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र से चयनित 55 छात्र एवं छात्राएं आवासीय अध्ययनरत हैं । गुरुकुल में प्रति वर्ष लगभग 20 प्रतिभाशाली छात्र एवं छात्राएं चयन किये जाते हैं। नचिकेता गुरुकुल का मूल लक्ष्य है- विद्यार्थी को नचिकेता की तरह ओजस्वी, तपस्वी, स्वाभिमानी एवं राष्ट्रभक्त बनाना । यह महत्वपूर्ण कार्य समाज के विशेष योग्य प्रबुद्धजनों के समर्थन, सहयोग व मार्गदर्शन में किया जाता है ।

गुरुकुल में प्रवेश हेतु क्या पात्रताएँ हैं ?

1. विद्यार्थी की 10वीं अथवा 12वीं कक्षा में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाला होना चाहिए ।

2. विद्यार्थी के माता एवं पिता की संयुक्त वार्षिक आय तीन लाख रूपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।

3. चयन बहुविकल्पीय परीक्षा (50 अंक) एवं साक्षात्कार ( 50 अंक) में प्राप्तांक के आधार पर किया जायेगा। समस्त निर्णय एवं शिथिलताएं पूर्ण रूप नचिकेता गुरूकुल की चयन समिति के अधीन होंगे।

गुरुकुल में विद्यार्थियों को क्या-क्या सुविधाएँ दी जाती हैं ?

1. चयनित विद्यार्थियों को उनकी योग्यता एवं गुरुकुल के नियमानुसार उचित विद्यालय / महाविद्यालय / अन्य शिक्षण संस्था में प्रवेश करवाया जाता है ।

2. चयनित विद्यार्थियों के आवास, भोजन, पुस्तकालय एवं शिक्षण शुल्क की व्यवस्था की जाती है।

3. प्रशासनिक अधिकारियों एवं विशेषज्ञों द्वारा विद्यार्थियों की समय समय पर भविष्य निर्माण परामर्श एवं आवश्यकतानुसार प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उचित मार्गदर्शन किया जाता है।

4. विद्यार्थियों के स्वास्थ्य, खेल, व्यायाम, योग, एवं उनमें संस्कारों का विशेष ध्यान रखा जाता है ।

गुरुकुल का प्रबन्धन कैसे किया जाता है ?

नचिकेता गुरुकुल संस्था की एक कार्यकारिणी है जिसके सदस्यों द्वारा पदाधिकारियों का चुनाव किया जाता है । पदाधिकारी गुरुकुल का कार्य देखते हैं । गुरुकुल के नियमित व्यय के लिये वर्तमान में अनुमानित राशि को 365 विशिष्ट सदस्यों द्वारा वहन किये जाने की योजना है। ऐसे विशिष्ट सदस्य 5100 रू. का भार निर्वहन कर रहे है जो गुरुकुल के एक दिन के भोजन व्यय के बराबर है। नियमित व्यय में सहयोग की कमी तथा गुरुकुल की अन्य योजनाओं एवं व्यवस्थाओं के लिए समाज के विभिन्न वर्गों से अन्य सहयोग राशि भी ली जाती है ।

वार्षिक कार्यक्रम

प्रतिवर्ष 12 जनवरी को गुरुकुल की वार्षिक संगोष्ठी का आयोजन किया जाता है। ध्यान रहे कि इस दिन गुरुकुल के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानन्द की जयन्ती आती है।

गुरुकुल की आगामी योजनाएँ क्या हैं ?

गुरुकुल के द्वारा जयपुर के निकट एक उचित भूमि प्राप्त कर " नचिकेता गुरुकुल अकादमी” बनाये जाने की योजना है। जिसमें लगभग 1000 विद्यार्थी के लिए आवास, भोजनालय, पुस्तकालय, कम्प्यूटर लेब, विज्ञान प्रयोगशाला, अध्ययन कक्ष, खेलकूद का स्थान, सभा भवन इत्यादि का प्रावधान प्रस्तावित किया गया है।

खेलों के माध्यम से युवाओं के सर्वांगीण विकास (शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक) और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की सहभागिता को सुनिश्चित करने के लिए राजस्थान राज्य के 10 जिलों की 20 तहसीलों में 700 अलग-अलग स्थानों पर वॉलीबॉल केंद्र स्थापित किए जाएंगे l